sumanasya
6 April 2025
कौन हैं वो लोग
जो कहते हैं, सच है नफ़रत की तरफ?
इस देश में कभी ऐसे लोग भी बसते थे
जो मानते थे —
सच, तुम कैसे पाओगे मोहब्बत के सिवा?
ज़ुबान को दीजिए लगाम,
कहीं ये झूठ की तारीफ़ न कर बैठे।
सच को किसी सहारे की ज़रूरत नहीं,
कौन ज़िंदा है उस मालिक के इशारे के सिवा?
जिसका नाम — ईश्वर हो, अल्लाह हो, या कुछ और,
वो सिर्फ़ एक अहसास है, और कुछ नहीं,
सच्चे दिल की सच्चाई के सिवा।
जब वो मिल जाए,
तो पूछ लेना —
क्या उसके दिल में कुछ है मोहब्बत के सिवा?