sumanasya
6 April 2025
एक पूंछ हिलाता कुत्ता —
जिसे पता ही नहीं
कब उसकी पूंछ
उसके आत्मसम्मान के ख़िलाफ़ जा रही है।
वो खुशी-खुशी पूंछ हिलाता रहता,
पर एक दिन, नसीब से
जब उसका सामना
अपने ही आत्मसम्मान से हो गया,
तो ऐसा भौंक उठा डर से —
जैसे कोई कर्ज़दार
अचानक अपने उधार देने वाले को देख लिया।